इसी सूचना बोर्ड को किया गया रातोरात गायब |
रांची एसडीओ ने ली मामले की जानकारी
मामला उजागर होने के बाद रांची एसडीओ उत्कर्ष कुमार ने अनगड़ा के अंचल पदाधिकारी राजू कमल व सीआई रमेश रविदास से मामले की जानकारी ली। अनगड़ा अंचल प्रशासन की ओर से एसडीओ को पूरे मामले की जानकारी दी गई। एसडीओ ने अनगड़ा सीओ को इसपर गंभीरता से नजर रखने व कारवाई करने को कहा। ज्ञात हो कि चतरा मौजा के खाता नंबर 226 प्लाट नंबर 1632 रकबा 1.11 एकड़ गैर मजरूआ सरकारी भूखंड को फर्जी कागजात बनाकर प्लाटिंग करके अवैध कब्जा करने का प्रयास का ग्रामीणों ने विरोध किया था। सोमवार को ही ग्रामीणों के विरोध के बाद अनगड़ा अंचल प्रशासन की तरफ से उक्त भूखंड पर सरकारी भूखंड से संबंधित सूचना बोर्ड लगा दिया गया था।
सरकारी जमीन बचाने को लगाया मुख्यमंत्री से गुहार
मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि कथित भू-माफिया संदीप कच्छप, राजेश कुजूर, जितेन्द्र महतो, बिगल लोहार, आशाराम लोहार, बंधन पाहन ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर सरकारी भूखंड पर जाली कागजात तैयार कर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया है। आरोप है उक्त लोगों ने ही प्रशासन द्वारा लगाया गया सूचना बोर्ड को उखाड़कर फेंका है।
भू-माफियाओंं को सफेदपोश व अधिकारियोंं का संरक्षण
रिंग रोड के किनारे व रांची से सटा व चतरा रियाडा औद्योगिक क्षेत्र व जैप-2 के सटा होने के कारण उक्त भूखंड काफी बेशकीमती है। जानकारों ने बताया कि उक्त भूखंड के आसपास की जमीन आठ से दस लाख रूपये डीसमिल बिक रही है। भूखंड की कीमत करीब दस करोड़ रूपये आंकी जा रही है। भू-माफियाओं को कई अधिकारियों व सफेदपोश नेताओं का भी संरक्षण प्राप्त है। भू-माफियाओं ने इस भूखंड की डील के लिए अनेक पार्टी से करोड़ों रूपये की टोकन मनी ले चुके है। जिससे लगातार उक्त भूखंड पर कब्जा दिलाने का दबाव बनाया जा रहा है। यही कारण है कि रातोंरात सरकारी सूचना बोर्ड को उखाड़कर फेंक दिया गया।
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