GA4-314340326 शुनुवाबेड़ा को पहचान दिलाने के लिए ग्रामीण तीन दशक से लगा रहे टुसू मेला

शुनुवाबेड़ा को पहचान दिलाने के लिए ग्रामीण तीन दशक से लगा रहे टुसू मेला

angara(ranchi)  टुसू प्रदर्शनी के साथ मंगलवार को शुनुवाबेड़ा सिरका में 30वां वन एवं पर्यावरण मेला संपन्न हो गया। ग्रामीण पिछले तीन दशक से गुमनाम शुनुवाबेड़ा फोल को पहचान दिलाने के लिए प्रतिवर्ष 30 जनवरी को मेला का आयोजन करते है। सामूहिक संकल्प लेकर शुनुवाबेड़ा फोल को पहचान दिलाने के लिए लगातार संघर्ष करने का आहवान किया गया। मौके पर टुसू प्रदर्शनी के विजेता को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा रंगारंग सांस्कृ़तिक कार्यक्रम व मुर्गा लड़ाई मेला का मुख्य आर्कषण रहा। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय पुस्तकालय के सलाहकार सदस्य कुरमाली भाषा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. राजाराम महतो, विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, भाजपा वरीय जिला उपाध्यक्ष मानकी राजेन्द्र शाही, पूर्व पार्षद रौशनी खलखो, बलदेव चिल्ड्रेन स्कूल के निदेशक दिनेश महतो, सिरका मुखिया रौशनलाल मुण्डा थे। 

डा. राजाराम महतो ने कहा कि टूसू मेला झारखंड की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। इसे संरक्षित करने की जरूरत है। रामकुमार पाहन ने कहा कि अभी तक गुमनामी में रहा शुनुवाबेड़ा को इस मेला के आयोजन से एक नई पहचान मिलेगी। मानकी राजेन्द्र शाही ने कहा कि मेला समाज में सकारात्मक उर्जा लाता है। रौशनलाल मुण्डा ने कहा कि तीन दशक से शुनुवाबेड़ा फोल को पहचान दिलाने का संघर्ष सराहनीय है। अध्यक्षता आयोजन समिति के अध्यक्ष दुर्गा महतो ने की। इस अवसर पर सत्यदेव मुण्डा, मनोज कुमार चौधरी, सुनील महतो, बुधराम बेदिया, जगेश्वर महतो, नीलमोहन पाहन, रामनाथ महतो सहित आयोजन समिति के सचिव नविन्द्र मुण्डा उर्फ नागेन्द्र मुण्डा, कोषाध्यक्ष समेनाथ मुण्डा, सुरेश महतो, पूरन चौधरी, रंथू बेदिया, बालेश्वर महतो, अजय नायक, राजेश सिंह, सुरेश महतो, साहेबराम महतो, करमलाल महतो, लालचंद बेदिया, अर्जुन बेदिया, शिवनारायण चौधरी, शंकर चौधरी, बिपिन मुण्डा आदि उपस्थित थे। 

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