GA4-314340326 JMM विधायक सरफराज अहमद का इस्तीफा, कल्पना सोरेन बनेंगी CM !

JMM विधायक सरफराज अहमद का इस्तीफा, कल्पना सोरेन बनेंगी CM !

 इन बिंदुओं से समझें आगे क्या होने जा रहा है 

 *ED के सातवें समन के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर लटक रही गिरफ्तारी की तलवार
*गिरफ्तारी की आशंका को हेमंत सोरेन छोड़ सकते हैं CM का पद
*JMM विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा से दिया इस्तीफा
*CM हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय से लड़ेंगी विधानसभा का उपचुनाव
*सरफराज अहमद को हेमंत सोरेन गिरिडीह से लड़ाएंगे लोकसभा का चुनाव 


Ranchi : प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सातवें समन के बाद झारखंड (Jharkhand) में राजनीति गरमा गई है।  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। कहा जा रहा है कि इस बार यदि हेमंत सोरेन ईडी के बुलावे पर नहीं गए तो ईडी उन्हें गिरफ्तार कर सकता है। इसी बीच नए साल के पहले दिन 1 जनवरी को JMM के कद्दावर विधायक सरफराज अहमद (Sarfaraz Ahmad) ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो (Speaker Ravindranath Mahto) ने बिना समय गंवाए उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। विधानसभा से सरफराज अहमद के इस्तीफे की अधिसूचना भी जारी हो गई। लेकिन, मीडिया ने जब सरफराज अहमद से इस्तीफा का कारण पूछा तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। लेकिन, झामुमो की ओर से पार्टी प्रवक्ता ने इशारे में कहा कि बड़े प्रयोजन के लिए सरफराज से इस्तीफा कराया गया है। उनके इस बयान से लोग यही अनुमान लगा रहे कि झारखंड में मुख्यमंत्री का बदलना लगभग तय हो चुका है। हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) को अपनी जगह मुख्यमंत्री बनाने का लगभग निर्णय ले चुके हैं।  अब सिर्फ शपथ लेने की औपचारिकता बाकी है, जो कुछ दिनों में पूरी हो जाएगी।

पिछले कुछ दिनों से हेमंत पत्नी को सिखा रहे राजनीति

जानकारों का मानना है कि हेमंत सोरेन ऊपर से सबकुछ सामान्य होने का दिखावा कर रहे हैं। वह अपनी बॉडी लैंग्वेज से यह नहीं दिखाना चाहते कि वह किसी दबाव में हैं। इसी रणनीति के तहत वह केंद्र सरकार, विपक्षी भाजपा और केंद्रीय एजेंसियों को लगातार चुनौती दे रहे हैं। उनके इस रुख से उनके मंत्रिमंडल में शामिल कांग्रेस और राजद को उनके प्रति भरोसा मजबूत हो रहा है। साथ ही, वे अपनी धर्म पत्नी कल्पना सोरेन को भी राजनीतिक बिसात सिखा रहे हैं। विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सीएम हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना सोरेन को लेकर रात में अचानक विधानसभा पहुंच गए थे। विधानसभा भवन के अंदर पत्नी के काफी देर तक रहे थे, उन्हें अपने आफिस के काम समेत सभी जरूरी चीजों को बारीकी से समझाने की कोशिश की थी। इसके बाद सरकार के चार पूरे होने पर मोरहाबादी मैदान में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में पत्नी को साथ ले गए थे।

सरफराज से ही क्यों दिलाया गया इस्तीफा 

चूंकि, कल्पना सोरेन का जन्म झारखंड में नहीं हुआ है, इस कारण वह किसी एसटी के लिए आरक्षित सीट से विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ सकती हैं। क्योंकि इसी आधार पर उनकी गोतिनी (स्व. दुर्गा सोरेन की पत्नी) और जामा सीट से झामुमो की विधायक सीता सोरेन (Seeta Soren) की सदस्यता को चुनाव आयोग और हाईकोर्ट में विपक्षियों द्वारा चुनौती दी गई है। विपक्षियों का आरोप है कि सीता सोरेन को झारखंड में आरक्षण का लाभ नहीं मिल सकता है। इस आशंका को भांप कर झामुमो ने कल्पना सोरेन को सामान्य सीट से चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया। इसके बाद सबसे सुरक्षित सीट के तौर पर गिरिडीह जिले की गांडेय सीट का चयन किया गया। क्योंकि, यहां की सामाजिक, राजनीतिक और भौगोलिक स्थिति झामुमो के अनुकूल है। इसके बाद सरफराज अहमद को इस्तीफा देने को कहा गया। सूत्रों का कहना है कि इस्तीफे बदले सरफराज अहमद को गिरिडीह से लोकसभा का चुनाव लड़ाने का आश्वासन दिया गया है।

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