GA4-314340326 अवैध उत्खनन: अवैध पत्थर से सब-वे बना रहा रेलवे

अवैध उत्खनन: अवैध पत्थर से सब-वे बना रहा रेलवे

 तारकेश्वर महतो/silli(ranchi) मुरी बोकारो, तथा रामगढ़ रेलखंड के मुरी उतरी आउटर में जंगल के अवैध पत्थरों से लाखों रुपए की लागत से सब-वे का निर्माण किया जा रहा है। इस निर्माण कार्य में रेल अधिकारियों के देखरेख में जंगल के अवैध रूप से खनन किए गए पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है। संवेदक के द्वारा  कम खर्च पर अधिक लाभ के लिए इन पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है। ये जगल के अवैध पत्थर पास के जगलो से माफियाओं द्वारा ट्रेक्टर से इन रेल के संद्वेको को पहुंचा जाता है। रेल के अधिकारी भी इन्हे खुली छूट दे रखे है। संभवतया उन्हें भी मोटी रकम कमीशन में मिल जाती है। तभी तो इन कार्यों में धडले से जंगलों का पत्थर का उपयोग किया जा रहा है। 

अवैध उत्खनन से प्रतिदिन हो रहा राजस्व का नुकसान

प्रतिदिन ट्रैक्टरों से अवैध पत्थर खनन होने से सरकार को लाखों रुपए का राजस्व का नुकसान हो रहा है। वन विभाग भी इस पर मौन है। वनरक्षी गौतम बॉस ने बताया कि जंगल का पत्थर का उपयोग हो रहा है, इसकी हमें जानकारी नहीं है। वैसे भी उक्त वनभूमि का प्रभारी वनपाल जयप्रकाश साहू है। ज्ञात हो कि जंगल का स्वरूप अवैध खनन के कारण दिनों दिन नष्ट होता जा रहा है। एक समय पर जहां दूर-दूर तक ढ़ाक के विशाल वृक्षों से लदा हुआ जंगल हुआ करता था। जंगल को पार करने में लोगों को डर लगता था। 

रेलवे के अधिकारी ने कुछ भी बताने से किया इंकार

आज स्थिति यह है कि संपूर्ण जंगल में बहुत कम पेड़ ही शेष बचे है। विभाग की अनदेखी के कारण अवैध खननकर्ता जंगल में लगातार अवैध खनन कर रहे है। अवैैध खनन से जंगल के वृक्ष नष्ट हो रहे है। खननकर्ताओं पर कोई कार्रवाई नहीं होने से उनके हौसले लगातार बुलंद हो रहे हैं। वहीं वन्य जीवों पर भी अपने आस्तित्व का खतरा मंडराने लगा है। इस संबंध में रेल के अधिकारी मुरी ईआई एनबी के तिवारी से जानना चाहा तो उन्होंने अपना मोबाइल पर व्यस्ततम दिखाकर कुछ भी बताने से इंकार कर दिए।

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