अवैध उत्खनन से प्रतिदिन हो रहा राजस्व का नुकसान
प्रतिदिन ट्रैक्टरों से अवैध पत्थर खनन होने से सरकार को लाखों रुपए का राजस्व का नुकसान हो रहा है। वन विभाग भी इस पर मौन है। वनरक्षी गौतम बॉस ने बताया कि जंगल का पत्थर का उपयोग हो रहा है, इसकी हमें जानकारी नहीं है। वैसे भी उक्त वनभूमि का प्रभारी वनपाल जयप्रकाश साहू है। ज्ञात हो कि जंगल का स्वरूप अवैध खनन के कारण दिनों दिन नष्ट होता जा रहा है। एक समय पर जहां दूर-दूर तक ढ़ाक के विशाल वृक्षों से लदा हुआ जंगल हुआ करता था। जंगल को पार करने में लोगों को डर लगता था।
रेलवे के अधिकारी ने कुछ भी बताने से किया इंकार
आज स्थिति यह है कि संपूर्ण जंगल में बहुत कम पेड़ ही शेष बचे है। विभाग की अनदेखी के कारण अवैध खननकर्ता जंगल में लगातार अवैध खनन कर रहे है। अवैैध खनन से जंगल के वृक्ष नष्ट हो रहे है। खननकर्ताओं पर कोई कार्रवाई नहीं होने से उनके हौसले लगातार बुलंद हो रहे हैं। वहीं वन्य जीवों पर भी अपने आस्तित्व का खतरा मंडराने लगा है। इस संबंध में रेल के अधिकारी मुरी ईआई एनबी के तिवारी से जानना चाहा तो उन्होंने अपना मोबाइल पर व्यस्ततम दिखाकर कुछ भी बताने से इंकार कर दिए।
إرسال تعليق
please do not enter any spam link in the comment box.