GA4-314340326 जिंदगी की जद्दोजहद: घायल जर्मन शेफर्ड के लिए नेहा महतो की मानवता

जिंदगी की जद्दोजहद: घायल जर्मन शेफर्ड के लिए नेहा महतो की मानवता

रेस्क्यू चलाते
angara(ranchi) बदलते समय और व्यस्तम जिंदगी में इंसान अपने आप के लिए समय नही निकालता है। और तो और वैसे परिथिति में जब कोई इंसान सड़क दुर्घटना के बाद कराह रहा हो तो पास से गुजर रहे इंसान जल्दी से निकल जाना ही उचित समझता है। ऐसे में कोई अगर सड़क के किनारे एक डाग को घायल दर्द से तड़प रहा हो उसे देख अपनी गाड़ी रोक कर उसे इलाज के भेजवाया। इसे ही तो मानवता कहते है। रविवार को कुछ ऐसा ही हुआ। रांची मुरी मार्ग के राजाडेरा मंदिर के पास सुबह 10 बजे बीच सड़क पर तीन साल का एक जर्मन शेफर्ड डाग घायल पड़ा हुआ था। 

नेहा महतो की पहल पर शुरू हुआ घायल डाग का इलाज 

नेहा महतो, सोमेन व उनकी पत्नी
इसी समय सिल्ली बिरसा मुंडा तीरंदाजी केंद्र की अध्यक्ष नेहा महतो रांची से सिल्ली एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रही थी। जैसे ही इनकी नजर घायल डाग पर गई गाड़ी को रोक दी। इसके बाद शुरू हुआ घायल जर्मन शेफर्ड डाग के जान बचाने की जद्दोजहद। तत्काल नेहा महतो ने इसकी जानकारी सिल्ली के पत्रकार तारकेश्वर प्रसाद तथा कोच प्रकाश राम को दी। उनलोगो की सूचना पर अनगड़ा के पत्रकार अनिल चौधरी, संतोष कुमार सिन्हा मौके पर पहुंचे। उनलोगो के द्वारा तत्काल घायल डाग की सूचना सरगम फाउंडेशन अनगड़ा के संचालक सोमेन मजुमदार को दिया। सोमेन अपनी पत्नी के साथ मिलकर पिछले दो दशक से आवारा व घायल डाग के देखभाल व इलाज के लिए डाग शेल्टर चला रहे है। सूचना मिलते ही मजूमदार अपनी पत्नी व एक अन्य स्टाफ के साथ घटनास्थल पहुंचे। तत्काल घायल कुत्ता को अपने वाहन में लोड कर इलाज के लिए अपने शेल्टर होम ले गए। नेहा महतो ने मजूमदार परिवार को धन्यवाद दिया। 

शेल्टर होम में इलाजरत है 160 डाग

बीच सड़क में घायल जर्मन शेफर्ड
सोमेन मजूमदार ने डाग के इसी दर्द को समझा और खोला डाग उपचार केंद्र।  शेल्टर होम में वर्तमान में 160 डाग की देख भाल की जा रही है। सोमेन मजूमदार ने बताया कि उसकी रीढ की हड्डी टूट गया था। नेहा महतो ने मजूमदार परिवार की कहानी सुन काफी प्रभावित हुई। आर्थिक मदद दी। नेहा महतो ने शेल्टर के लिए मदद का भरोसा दिया। सोमेन मजूमदार ने बताया कि अनगड़ा के बाहर किसी व्यक्ति के द्वारा कुत्ता को रोड किनारे छोड़ दिया गया होगा। चूंकि डाग को घर में रहने की आदत है, इसलिए रोड पार करने के दौरान दुर्घटना हो गया होगा। हालांकि डाग के दुर्घटनाग्रस्त होने का कोई लक्षण नही दिख रहा है। उसे जानबूझकर छोड़ा गया है। इधर कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना से कुछ देर पहले एक व्यक्ति उक्त डाग के साथ टहल रहा था। हो सकता है उक्त व्यक्ति ने ही डाग को छोड़ दिया हो। इस दौरान काफी देर दोनो ओर सड़क पर गुजरने वाले लोग ने नेहा महतो के द्वारा किए गए कार्य का काफी सरहना कर रहे थे।

उन्नत नस्ल के डाग को लावारिश छोड़ने का मामला बढ़ा

सोमेन मजूमदार ने बताया कि किसी ने उक्त् डाग को घायल अवस्था में रोड किनारे छोड़ दिया होगा। हाल के समय में काफी संख्या में आउटसाइड इलाके में उन्नत नस्ल के डाग को रोड किनारे लावारिश स्थिति में छोड़ दिया जा रहा है। सोमवार को डाग का एक्सरे करके उसका इलाज शुरू किया जाएगा। ज्ञात हो कि सोमेन पिछले एक दशक से अधिक समय से घायल डाग की देखभाल के लिए शेल्टर होम चला रहे है। इधर कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना से कुछ देर पहले एक व्यक्ति उक्त कुत्ता के साथ टहल रहा था। संभवत वही व्यक्ति डाग को छोड़कर चला गया। 





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