GA4-314340326 exclusive/ मानव तस्करों ने चार लाख रुपए में किशोरी को राजस्थान में बेचा

exclusive/ मानव तस्करों ने चार लाख रुपए में किशोरी को राजस्थान में बेचा

मामले की जानकारी लेते केन्द्रीय राज्य मंत्री
anil kumar choudhary /angara(ranchi)  सिकिदिरी थाना क्षेत्र की एक किशोरी को राजस्थान में चार लाख रुपए में बेचे जाने के डेढ़ साल बाद सिकिदिरी थाना पुलिस ने उसे रेस्कयू कर वापस लाया है। इन डेढ़ वर्षो में किशोरी की शादी भी करा दी गई। किशोरी का छह माह का एक बच्चा भी है। फिलहाल किशोरी का 164 का बयान दर्ज कराया गया है। सीडब्लूसी में बयान लिया जाएगा, इसके बाद आगे कि कारवाई की जाएगी। मामले की जानकारी मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री सह सांसद संजय सेठ गुरुवार को सिकिदिरी क्लब भवन में पहुंचकर मामले की जानकारी ली। पीड़िता के माता-पिता ने मंत्री को बताया उनकी किशोरी बेटी जनवरी 2023 से गायब थी। थाना में गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसके बाद भ्रष्टाचार मुक्ति संघ के सहयोग से पता चला कि उनकी किशोरी बेटी जयपुर राजस्थान में है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि 29 सितंबर को राजस्थान के सीएम झारखंड आ रहे है उनके समक्ष मामले को रखा जाएगा। साथ ही इस संबंध में वरीय पुलिस पदाधिकारी से बात कर दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए कहेंगे। उन्होंने पुलिस को बेटियों के मामले में त्वरित करवाई का निर्देश दिया। इस अवसर पर पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जैलेन्द्र कुमार, मानकी राजेन्द्र शाही, अमरनाथ चौधरी, शशि मेहता, सुजीत कुमार, भाजपा सिकिदिरी मंडल अध्यक्ष सोहरैया बेदिया, नंदलाल राम, पोप, लक्ष्मण सैनी, संजय सिंह, शिवधर रजवार, धनेश्वर बेदिया, बालक महतो आदि उपस्थित थे। 

आधारकार्ड से हुआ मामले का खुलासा

इस मामले का खुलासा नाबालिग के आधार कार्ड से हुआ। आधार कार्ड में नाबालिग की जन्म तिथि में सुधार कराने के बाद यह कार्ड नाबालिग के घर के पते पर उसके घर पहुंचा। आधार कार्ड में फोन नंबर अंकित था। उस नंबर पर फोन करने के बाद घर वालों की नाबालिग से बात हुई तो मालूम हुआ कि वह जयपुर राजस्थान में है। बाद में भ्रष्टाचार मुक्ति संघ के मंशू महतो, अश्वन तिर्की आदि राजस्थान से किशोरी को खोजकर लायें।    

एक महिला व एक पुरूष अपहरण करके ले गये जयपुर

किशोरी ने बताया कि ज़ब गांव में वह बकरी चरा रही थी। इसी दौरान एक पुरुष और एक महिला ने उसे कपड़े में बेहोशी की दवा सुंघाकर उसका अपहरण कर लिया था। ज़ब उसे होश आया तो वह ट्रेन में थी। महिला व पुरुष ने जान से मारने की धमकी देकर चुप करा दिया। इसके बाद उसे राजस्थान के जयपुर ले जाकर एक सुनसान घर में रखा गया। इसके बाद दोनों महिला पुरुष ने किशोरी के माता-पिता नहीं होने और स्वयं को उसका मौसा-मौसी बताकर चार लाख रुपए लेकर मार्च 2023 में एक व्यक्ति से उसकी शादी करा दी। उस वक्त किशोरी की उम्र 22 वर्ष बताई गई। ज़ब उस व्यक्ति ने उसके आधार में उम्र कम देखा तो पूछने पर उसे जन्म तिथि गलत होने की बात बताई गई। तब आधार कार्ड को सुधारवाया गया। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। इसी वर्ष जनवरी में किशोरी ने एक बच्चे को जन्म दिया है। 

कारवाई नही होता देख गोलबंद हो रहे थे आदिवासी संगठन के सदस्य

पिछले एक पखवाड़ा से इस मामले में कोई कारवाई नही होता देख आदिवासी संगठनों से जुड़े लोग गुरूवार को सिकिदिरी थाना के समक्ष गोलबंद होने लगे। इसका नेतृत्व केन्द्रीय बेदिया समाज के अध्यक्ष बुधराम बेदिया व मुंडा समाज के अध्यक्ष सत्यदेव मुंडा कर रहे थे। तभी इसकी जानकारी केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री को हुआ। तत्काल मंत्री जी व सिकिदिरी थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। सत्यदेव मुंडा ने बताया कि जानबूझकर प्रशासन इस मामले में कारवाई नही कर रहा है। जबकी सारी जानकारी प्रशासन को उपलब्ध करा दिया गया है। दूसरी ओर बुधराम बेदिया ने बताया कि अनगड़ा क्षेत्र से 17 किशोरी इसी तरह से अचानक से गायब हो गई है। इनकी भी खोज खबर लिया जाए।

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