GA4-314340326 खौफनाक क्यों बना डॉक्टर मोड़ जानलेवा

खौफनाक क्यों बना डॉक्टर मोड़ जानलेवा

अनिल कुमार चौधरी/ Angara (Ranchi)  सिकिदिरी-हुंडरू फॉल के डॉक्टर मोड़ के समीप एक स्कूल बस(जेएच02बीबी8854) के पलटने से करीब ढाई दर्जन बच्चे घायल हो गए। इनमें चार की स्थिति गंभीर है। गंभीर रूप से घायलों में प्रिंस कुमार(10), श्रुति कुमारी(14), पायल कुमारी(15), पीयूष कुमार(13) का इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा है। शेष बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद छुटटी दे दी गई। घटना शनिवार को दिन के करीब 12 बजे की है। सिकिदिरी पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से घायल बच्चों को इरबा स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया है। घटना के संबंध में बताया गया कि कोडरमा के चंदवारा थाना के करोंजिया स्थित राइजिंग पब्लिक स्कूल के बच्चें पिकनिक मनाने हुंडरू फाल आ रहे थे। स्कूल बस में 60 बच्चे और 20 शिक्षक और चार कुक सहित कुल 86 सदस्य सवार थे। फॉल से तीन किलोमीटर पहले खतरनाक डॉक्टर मोड़ पर विपरीत दिशा से आ रही एक बाइक को बचाने के क्रम में बस असंतुलित होकर पलट गई। घटना के बाद वहां चीख-पुकार मच गई। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के ग्रामीण हुंडरू फाल के पर्यटनकर्मी राजकिशोर प्रसाद, बालेश्वर बेदिया, लक्ष्मण सैनी, पवन भोगता, चन्द्रमोहन भोगता आदि मौके पर पहुंचे व बचाव अभियान शुरू किया। बस के आगे का शीशा तोड़कर घायल बच्चों को बाहर निकाला। सूचना मिलने पर सिकिदिरी थाना के एसआई रौशन सिंह घटनास्थल पहुंचकर थाना के वाहन से बच्चों को अस्पताल भेजा। सभी घायलों को इरबा स्थित मेदांता अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है। शेष बच्चों और शिक्षक को पुलिस ने थाना परिसर में रखकर उनके नास्ते की व्यवस्था की। मामूली रूप से चोटिल बच्चों को स्थानीय चिकित्सक से थाना में ही इलाज किया गया।  

पांच सालों में पांच लोगों को हुई है मौत 
 
सिकिदिरी-हुंडरू मार्ग में डाक्टर मोड़ जानलेवा बन गया है। पिछले पांच साल के दौरान यहां पर हुई पांच अलग अलग दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। 30 दिसंबर 2023 को भी इसी स्थान पर कोडरमा के यूनिक प्रोग्रेसिव हाई स्कूल जयनगर के स्कूली बच्चों से भरी पलट गई थी। इस घटना में एक दर्जन बच्चें घायल हुए थे। चार वर्ष पूर्व बंगाल से आ रही एक पर्यटक बस पलट गई थी। जिसमें तीन पर्यटकों की मौत हो गई थी। दो अन्य छोटे वाहन के दुर्घटना में दो अन्य लोगों की मौत हो चुकी है।  

ढलान व तीखा मोड़ बन रहा दुर्घटना का कारण

आखिरकार चार सालों के दौरान अचानक से डाक्टर मोड़ में दुर्घटना होने की संभावना क्यों बढ़ गई। झारखंड पर्यटन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद बताते है सत्तर के दशक में हुंडरू फाल में पावर प्लांट निर्माण के दौरान एक डाक्टर गिरकर घायल हो गया था। जिसका इलाज के क्रम में मौत हो गई थी। इसके बाद से उसे डाक्टर मोड़ कहा जा रहा है। समाजसेवी सुजीत कुमार बताते है, डाक्टर मोड़ सीधी ढलान में तीखा मोड़ है। अचानक से मोड़ आने से हमेशा से बड़े वाहनों को यहां मोड़ने में परेशानी होती रही है। ढलान के कारण वाहन स्पीड में आता है और तीखा मोड़ के कारण, मोड़ने में होने वाली परेशानी के कारण वाहन अनियंत्रित होकर पलट जा रहा है। दुर्घटना से बचाव के लिए सूचना बोर्ड लगाने के साथ साथ रोड का फिर से एलायमेंट करने की जरूरत है। दूसरी बात यह रही की पांच साल के दौरान सिकिदिरी हुंडरू पथ चकाचक टू लेन बन गया है। पूर्व में यह जर्जर सड़क थी, और ह़ुंडरू में पुल भी नही बना हुआ था, जिससे इस रोड से वाहनों का आवागमन नही होता था। 

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