Deoghar (Jharkhand): देवघर पुलिस ने जिले के नावाबांध गांव स्थित सूखा पोखर (पथरड्डा ओपी) और लकड़ा गांव (पाथरोल थाना) में छापेमारी कर 9 साइबर अपराधियों को पकड़ा है, जिसमें दो नाबालिग हैं। सात अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि दो नाबालिगों को निरूद्ध किया गया है। इनके पास से 16 मोबाइल और 26 सिम बरामद हुआ है। इसमें दो नंबरों के खिलाफ पहले से ही प्रतिबिंब एप पर शिकायत दर्ज है। ये साइबर अपराधी लोगों को फोन करते थे और झांसे में लेकर उनसे अलग-अलग तरीके से ठगी करते थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पकड़े गए नाबालिगों में एक की उम्र मात्र 13 साल है, जबकि दूसरे की 17 साल। पुलिस दोनों को देख कर हैरान है कि इतनी छोटी उम्र में दोनों किशोर साइबर ठगी में संलिप्त हैं।
ऐसे करते थे ठगी
ये साइबर अपराधी फर्जी बैंक, कस्टमर केयर, सरकारी पदाधिकारी बनकर आमलोगों को अपने फर्जी नंबर से कॉल कर झांसे में लेकर ठगी करते थे। इसकी सूचना पर डीआईजी सह देवघर एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग को मिली। इसके बाद टीम बनाकर दोनों स्थानों पर छापेमारी करवाई गई तो पुलिस को उक्त सफलता मिली। आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल और सिम की प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उक्त साइबर अपराधी फर्जी कस्टमर केयर, सरकारी पदाधिकारी बनकर फोन-पे यूजर्स को कैश बैक का झांसा देकर और बैंक कस्टमर को वहाट्सएप पर लिंक भेजकर उनके खाते की आॅनलाइन लॉगिन कर ठगी करते थे। वहाट्सएप पर जो लिंक भेजा जाता था, वह फ्रॉड लिंक होता था, जिसे क्लिक करते ही खाते का आॅनलाइन लॉगिन एक्सेस ठग के पास आ जाता था। साथ ही फजी फोन-पे, पेटीएम कस्टमर केयर पदाधिकारी बनकर उपभोक्ताओं को कैश बैक का झांसा देकर फोन गिरफ्ट कार्ड के जरिए ठगी करते थे। छापेमारी टीम में साइबर थाने के पुलिस निरीक्षक नागेंद्र प्रसाद सिन्हा, दारोगा टेकलाल महतो और पुलिस बल शामिल थे।
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