टुसू मेला के माध्यम से विस्थापित परिवार का दर्द बयां करने की कोशिश: जैलेन्द्र
जैलेन्द्र कुमार ने कहा कि टुसू मेला के माध्यम से स्थानीय विस्थापित परिवार का दर्द बयां करने की कोशिश है। ग्रामीणों ने टुसू मेला का आयोजन करके बढ़िया काम किया है। भविष्य में इस आयोजन को और भव्य बनाया जाएगा। अनुराधा मुंडा ने कहा कि टुसू मेला झारखंड की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। इसका संरक्षण करना हम सभी का दायित्व है। पारसनाथ भोगता ने बताया कि गेतलसूद डैम में मेला का आयोजन होने से इस क्षेत्र को पर्यटन के दृष्टिकोण से विकसित करने में मदद मिलेगी। हमें एकजुट होकर इस क्षेत्र को पर्यटन हब् बनाना है। स्थानीय लोगों को आगे आना होगा। सरकार से मदद लेकर व निजी स्तर पर पर्यटन विकास की संभावना तलाशनी है। मौके पर अतिथि के रूप में भाजपा जिला मीडिया प्रभारी रामसाय मुंडा, पंसस बिनोद रजवार, साहेबराम भोगता, श्रवण कुमार मुंडा, उपमुखिया मनी मुंडा, सीताराम मुंडा, शिवधर रजवार, फारूक खान, महावीर भोगता, प्रकाश यादव थे।
आयोजन को सफल बनाने में इनका रहा योगदान
आयोजन समिति के अध्यक्ष धनकिशोर महतो(डीके) व सचिव सूरज मुंडा, मुख्य संरक्षक तीरथनाथ महतो ने बताया कि आयोजन को आम जनता का भरपूर समर्थन मिला है। अगले साल से और भव्य आयोजन होगा। आयोजन को सफल बनाने में उपाध्यक्ष-बिहारी महतो, भुनेश्वर करमाली, संतोष पाहन, मकर मुंडा, विजय रजवार, उपसचिव-राजेश महतो, मंगल महतो, कुंवरलाल महतो, विजय भोगता, कोषाध्यक्ष-अनिल भोगता, उपकोषाध्यक्ष-अजय रजवार, मनोहर महतो, संदीप महतो, दिलीप मुंडा, संरक्षक संजय करमाली, द्वारिका रजवार, हरिकिशुन महतो, तुलसी मुंडा, करमलाल मुंडा, महेश भोगता, चरकू भोगता, विजय मुंडा, सहिंद्रा महतो, प्रदीप महतो, हेमलाल रजवार, रमेश महतो, नागेश्वर महतो, देवनारायण रजवार, मनीलाल महतो, राजू पाहन, दीपेश रजवार, कुलदीप महतो, मनोज करमाली, कांशीनाथ भोगता, अरविंद महतो, अरविंद महतो, जगदीश महतो, शिवनारायण रजवार, चन्दन मुंडा, ईश्वर महतो, रोहित रजवार, विक्की करमाली आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।
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