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बाबा मंदिर परिसर में लगी भक्तों की भीड़। |
सुबह से ही मंदिर परिसर में लग गई थी भीड़
बताते चलें कि पुरानी परंपरा के अनुसार, मकर संक्रांति के अवसर पर बाबा बैद्यनाथ को तिल व गुड़ अर्पण करने के बाद ही आमलोग तिल या तिल से बने सामग्री का सेवन करते हैं। हालांकि, हालिया वर्षों में मकर संक्रांति के काफी पूर्व बाजार में तिलकुट की बिक्री शुरू हो जाने के कारण इसे कुछ लोग ही मान रहे हैं। बावजूद प्राचीन परंपरा के अनुसार मकर संक्रांति पर बाबा को तिल अर्पण किया जाता है। वहीं संक्रांति पर भीषण ठंड के बावजूद बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ अहले सुबह से ही जुटी रही। मानसरोवर तट अवस्थित फुट ओवर ब्रिज से श्रद्धालु कतारबद्ध होकर जलार्पण के लिए बाबा वैद्यनाथ मंदिर गर्भगृह पहुंच रहे थे। यह सिलसिला पूरे दिन बाबा मंदिर का पट बंद होने तक लगातार जारी रहा।
व्यवस्था संभालने में जुटे थे पुलिस कर्मी
दूसरी ओर बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रांगण में विविध प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों का सिलसिला भी मकर संक्रांति पर चलता रहा। साथ ही बाबा वैद्यनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर जुटने वाली संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की ओर से पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी और बलों की भी प्रतिनियुक्ति करायी गयी थी।
बाबा बैद्यनाथ का अलौकिक दर्शन
Deoghar: On Makar Sankranti, Baba Baidyanath was offered sesame-khichdi, devotees gathered to have darshan
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