शाही स्नान के संगम तट को जातीं रोज मौसी (दाएं)। |
Deoghar (Jharkhand): देवघर के बंधा मोहल्ला निवासी और किन्नर समाज के गधिपति (मालकिन) रोज मौसी (Rose Mausi) को प्रयागराज (Prayagraj) के महाकुंभ (MahaKumbh-2025) में किन्नर अखाड़ा (Kinnar Akhada)/ पंचदशनाम जूना अखाड़ा (Shree Panch Dashnam Juna Akhada) का महामंडलेश्वर (Mahamandaleshwar) बनाया गया है। यह उपाधि उन्हें झारखंड राज्य स्तर पर दी गई है। रोज मौसी मां डॉ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी की शिष्या हैं। महाकुंभ के पहले दिन मकर संक्रांति के अवसर पर रोज मौसी ने किन्नर अखाड़े का नेतृत्व किया। और सभी महामंडलेश्वरों के साथ संगम में शाही स्नान किया। इस अवसर पर रथ पर सवार होकर वे शाही स्नान के लिए संगम तट पर पहुंचीं।
समाज सेवा के क्षेत्र में रोज मौसी की है विशेष पहचान
रोज मौसी ने समाजसेवा के जरिए देवघर में अपनी खास पहचान बनाई हैं। गरीब कन्याओं का विवाह, मृत्यु भोज में आर्थिक सहयोग देना, छठ पूजा में व्रतियों को साड़ी-धोती बांटने से लेकर अनाथ बच्चों को गोद लेकर उनका लालन-पालन के जरिए उन्होंने समाज में समानता का संदेश दिया है। हाल ही में रोज मौसी बंधा मोहल्ले में आयोजित यज्ञ और कलश यात्रा में किन्नरों की टोली के साथ शामिल हुई थी। उनके महामंडलेश्वर बनने से उनके चाहनेवालों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है।
शाही स्नान को जातीं महामंडलेश्वर रोज मौसी मां
Kumbh Mela-2025 : Rose Mausi of Deoghar became Mahamandleshwar of Kinnar Akhada
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