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पहली बार अफीम की खेती नष्ट कर रहे ग्रामीण
ग्रामीणों द्वारा अफीम की खेती को नष्ट करने का यह पहली घटना है। थाना प्रभारी हीरालाल साह बताते है अभी तक अफीम की खेती के खिलाफ सिर्फ सनहा होता रहा है। हमने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करना शुरू किया। नतीजा यह हुआ कि आज तक दो लोगों को अफीम की खेती करने के अपराध में जेल भेजा जा चुका है। लगातार पुलिस की दबिश से अफीम तस्करों में खौफ है। ग्रामीण भी अब खुलकर अफीम की खेती के खिलाफ खुलकर सामने आ रहे है।
एक माह मे पचास एकड़ भूमि में लगी अवैध अफीम की खेती नष्ट
पिछले एक माह के दौरान अनगड़ा थाना की पुलिस ने पचास एकड़ से अधिक भूमि में लगी अफीम की खेती को नष्ट कर चुकी है। इस मामले में शनिवार को सताकी कुलकूटांढ निवासी गणेश महतो व चार दिन पूर्व कोंताटोली के चटटानटोली निवासी बुधराम बेदिया को अफीम की खेती करने के अपराध में जेल भेजा जा चुका है। छह से अधिक प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है।
अफीम खेती के समूल नाश तक जारी रहेगा अभियान: अनगड़ा थाना प्रभारी
अनगड़ा थाना प्रभारी हीरालाल साह ने अफीम माफियाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि या तो वे वैकल्पिक कृषि के साथ जुड़े या जेल जाने को तैयार रहे। जिसकी भी भूखंड पर अफीम की खेती की जा रही है उसका अंचल कार्यालय से जीआई वेरिफाई कर जमीन के स्वामी का पहचान किया जा रहा है। हर हाल में ऐसे जमीन मालिक को चिन्हित कर जेल भेजा जाएगा। जिससे दशकों से जारी अफीम की खेती करनवाले रैकेट का खुलासा भी संभव है। इससे आनेवाले सालों में अफीम की खेती में कमी आएगी। अफीम के खेती के समूल नाश करने तक अनगड़ा पुलिस अभियान चलाते रहेगी।
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