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सर्वाइकल कैंसर से कैसे करे बचाव?
सर्वाइकल कैंसर को एचपीवी वैक्सीनेशन और आधुनिक स्क्रीनिंग टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर के रोका जा सकता है। इसकी वैक्सीन 9 से 26 साल के लड़कियों के लिए उपलब्ध है। पैप स्मीयर टेस्ट और एचपीवी स्क्रीनिंगद के साथ सर्वाइकल स्क्रीनिंग सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए बहुत जरूरी है सर्वाइकल कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में होने वाला कैंसर है। इसे गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर या बच्चेदानी के मुंह का कैंसर भी कहा जाता है। यह गर्भाशय के निचले हिस्से में होता है और योनि से जुड़ा होता है।
क्यों होता है सर्वाइकल कैंसर
सर्वाइकल कैंसर का सबसे आम कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) है। यह एक यौन संचारित संक्रमण है। सर्वाइकल कैंसर के लक्षण जल्दी सामने आने पर जीवित रहने की संभावना ज़्यादा होती है। सर्वाइकल कैंसर की जांच के लिए पैप टेस्ट और HPV टेस्ट किया जाता है। सर्वाइकल कैंसर के इलाज में सर्जरी, कीमोथेरेपी, और रेडिएशन थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
योनि से अनियमित रक्तस्राव होना, दर्दनाक पेशाब होना. सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए, डॉक्टर पैप टेस्ट कराने की सलाह देते है। उन्होंने नियमित जांच के महत्व पर प्रकाश डाला। मौके पर एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रोजलिन सामंता, डीन एकेडमिक्स प्रो बीएन सिन्हा, डॉ जयंतिका पाल, प्रो अभिराम राउत, डॉ राजेश पात्रो, डॉ राखी मिश्रा, कुमारी प्रियंका, डॉ अविसिकता रे दास, प्रभात कुमार, प्रोतिय दत्ता, साक्षी वर्मा, शुभाश्री साहू, जीत घोष, राकेश घोष उपस्थित थे।
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