दामोदर ने बम फेंकने में की थी मदद, दाऊद ने दिया था विस्फोटक और हत्या में मुकेश का लगा था पैसा
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पुलिस कस्टडी में गिरफ्तार आरोपी। |
इंस्पेक्टर देवेश भगत के नेतृत्व में बनी थी एसआईटी
उधर, अनुसंधान कांड की गंभीरता को देखते हुए मधुपुर एसडीपीओ ने मधुपुर अंचल के पुलिस इंस्पेक्टर देवेश भगत के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया था, जिसमें मधुपुर थानेदार त्रिलोचन तामसोय, पाथरोल थानेदार दिलीप कुमार बिलुग, बुढ़ई थानेदार शकील अहमद, मधुपुर थाने के दारोगा शौकत खान, शंकर कुमार रजक, जमादार सामंत कुमार, सिपाही राजीव मुर्मू, मो. आजाउद्दीन को शामिल किया गया था।
13 फरवरी को स्कूल से लौटते समय हुई थी हत्या
उल्लेखनीय है कि 13 फरवरी को स्कूल से हाजिरी बनाकर संजय दास एमडीएम का सामान लाने अपनी स्कूटी से जा रहे थे। इसी दौरान प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय दास की अपराधियों पिपरासोल गांव के दुबे मंडा के पास बम मारकर हत्या कर दी थी। अपराधियों ने संजय दास को दो बम मारे थे, जिससे उनका सिर उड़ गया था और मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। मामले में मृतका की पत्नी शिक्षिका उषारानी दास ने राजेश दास, मनोज राय और संजय राउत के खिलाफ मधुपुर थाने में हत्या का केस दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने नामजद आरोपियों के अलावा जांच में चार अन्य आरोपियों की संलिप्तता का सबूत जुटाकर उन्हें गिरफ्तार किया। उल्लेखनीय है कि संजय दास की पत्नी उषारानी दास पूर्व में जिला परिषद की सदस्य भी रह चुकी है और वर्तमान में पति के स्कूल में सहायक शिक्षिका के पद कार्यरत हैं।
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Crime News: Three more arrested in the murder of Principal Sanjay Das
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