Deoghar : देवघर जिला बस ऑनर एसोसिएशन के महामंत्री विनोद झा ने प्रेस बयान जारी कर प्राइवेट बस स्टैंड को बाघमारा स्थित आईएसबीटी में शिफ्ट किए जाने की पहल पर विरोध जताया है। उनका कहना है कि बस स्टैंड को बाघमारा में शिफ्ट करना जनहित में नहीं है। इससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ तीर्थयात्रियों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा का भी खतरा उत्पन्न होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। बाघमारा बस स्टैंड में बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों की गाड़ियों का ठहराव होना चाहिए। लेकिन नियमित रूप से देवघर से आने-जाने वाली यात्री बसों का परिचालन पुराना मीना बाजार स्थित प्राइवेट बस स्टैंड से ही होना बेहतर होगा। विनोद झा
एम्स व समाहरणालय पहुंचनेवालों को होगी परेशानी
नया समाहरणालय तपोवन रोड में बन रहा है, जिसके निकट भविष्य में चालू होने की संभावना है। अगर बस स्टैंड बाघमारा चला जाएगा तो जिले के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र से समाहरणालय आने वाले लोगों को परेशानी होगी। साथ ही एम्स आने वालों मरीज और उनके परिजनों को बाघमारा स्टैंड से पहुंचने में दिक्कत होगी। उन्होंने कहा कि देवघर एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां पर बारह माह तीर्थयात्रियों का आवागमन लगा रहता है। शहर में बसों के लिए एक तरफा आवागमन (वन-वे) की व्यवस्था लागू है। इसलिए ट्रैफिक कंट्रोल में पुलिस-प्रशासन को दिक्कत नहीं होती है। उदाहरण के तौर पर राजधानी रांची में भी खादगढ़ा बस स्टैंड शहर के बीचोंबीच है।
क्लब ग्राउंड में मॉडल स्टैंड बन सकता है
देवघर के प्राइवेट बस स्टैंड के सटे काफी खाली जमीन पड़ी है। यहां स्टैंड को सुचारु रुप से विस्तारित कर मॉडल स्टैंड बनाया जा सकता है। रात्री सेवा की बसों के लिए भी यहां से किसी प्रकार का कोई खतरा यात्रियों के लिए नहीं होगा। जबकि बाघमारा स्थित बस स्टैंड शहर से काफी दूर है। वहां आये दिन जान-माल का खतरा, लूट-पाट आदि होते रहता है। बाघमारा स्थित स्टैंड के आवागमन में यात्रियों को 100-200 रुपए टोटो-आॅटो का किराया देना पड़ेगा, जो यात्रियों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ होगा।
मंदिर के पास गाड़ियों के ठहराव से जाम की समस्या
ट्रैफिक व्यवस्था चरमराने की बड़ी वजह है कि तीर्थयात्रियों के वाहनों को शिवगंगा, मानसरोवर, लक्ष्मीपुर चौक, शिवराम झा चौक एवं भूरभूरा चौक लगवाया जाता है। कई बार तो इन गाड़ियों से ट्रैफिक पुलिस नो-पार्किंग का जुर्माना भी वसूलती है, जिससे गलत संदेश तीर्थयात्रियों में जाता है। बाघमारा स्टैंड में आने वाले तीर्थयात्रियों के बसों को लगाने से गाड़ियों के स्टाफ को सुविधा होगी। साथ ही यात्रियों को बाबामंदिर तक पहुंचाने के लिए छोटे वाहन संचालक को रोजगार भी मिलेगा। आसपास दुकानें विकसित होगी और रोजगार के नए स्रोत खुलेंगे।
Deoghar: Shifting the private bus stand to Baghmara ISBT is not in public interest: Vinod Jha
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