GA4-314340326 सिल्ली: शिक्षा व्यवस्था हुई चौपट

सिल्ली: शिक्षा व्यवस्था हुई चौपट

Silli (Ranchi) अधिकारियों की लापरवाही और शिक्षकों की मनमानी के कारण बच्चे बगैर शिक्षक के ही स्कूलों में काफी देर रहते है। खुद स्कूल खोलकर झाड़ू लगाते है  फिर  बच्चे मध्याह्न भोजन खाकर घर चले जाते है। इस मामला है सिल्ली में उत्क्रमित प्राथमिक स्कूल गराय का। इस स्कूल में कुल 21 विद्यार्थी पहली से पांचवीं तक नामांकित है स्कूल में शुक्रवार को मात्र ग्यारह बच्चे उपस्थित थे। यहां एक मात्र शिक्षक मंगल सिंह महली, प्रतिनियुक्त है वे हरवाडीह के प्रथमिक स्कूल से प्रतिनियुक्त किए गए है। जब मामले पड़ताल करने शुक्रवार को स्कूल जाकर देखा गया तो बच्चों ने बताया कि शिक्षक हमेशा देर से आते है। जब हम बच्चे जब आते है तो कोई भी शिक्षक स्कूल में नहीं होता है। हमें ही स्कूल खोलकर झाड़ू भी लगाना पड़ता है। आज दिन के करीब ग्यारह बजे शिक्षक आए। शिक्षक मंगल महली ने बताया कि वे हरवाडीह स्कूल में बायोमेट्रिक हाजिरी बनाकर आते है इसलिए रोज  देर हो जाती है। जबकि हरवाडीह प्रथमिक स्कूल में ड्यूटी कर रहे शिक्षक अविनाश कुमार ने बताया है कि मंगल महली गराय स्कूल में पदस्थापित है इसलिए वे यहां नहीं आए है। वे अकेले ही पढ़ाते है। अब प्रतिनियुक्त शिक्षक ने जो कहा यह जांच का विषय है। इसके अलावे हरवाडीह एवं उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय गराय ही दोनों ही स्कूलों में मध्याह्न भोजन में भारी लापरवाही बरती जा रही है सरकार की निर्देश के बाद भी इन दोनों स्कूलों में भोजन पकाने में गैस सिलेंडर का उपयोग नहीं किया जाता है। अब भी एमडीएम जंगल से लाई लकड़ियों से ही पकाया जाता है। जबकि दो गैस सिलेंडर स्कूलों को उपलब्ध कराया गया है। हरवाडीह स्कूल में किचेन शेड होने के बाद भी  खुले में लकड़ी जलाकर ही भोजन बनाया जाता है।

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