GA4-314340326 केंद्र सरकार झारखंड का 1.36 लाख रुपए बकाया नहीं देगी, तो हम खनिज रोक देंगे: हेमंत

केंद्र सरकार झारखंड का 1.36 लाख रुपए बकाया नहीं देगी, तो हम खनिज रोक देंगे: हेमंत

कार्यकर्ताओं ने हेमंत व कल्पना को चांदी का मुकुट पहनाया। 
Amit Sahay / Giridih : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार को कड़ी चेतावनी दी है। कहा है कि केंद्र यदि झारखंड का 1.36 लाख करोड़ रुपए बकाया नहीं देगा, तो राज्य की सारी खदानें बंद कर दी जाएंगी। एक छटाक भी खनिज राज्य से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। झारखंड खनिज संपदाओं से परिपूर्ण है। इसके बावजूद आर्थिक असमानता और सरकारी फंडिंग में भेदभाव की बातें लंबे समय से उठती रही हैं। सीएम ने कहा कि राज्य की आर्थिक बदहाली के लिए पिछली सरकारें जिम्मेदार हैं, लेकिन अब विकास रफ्तार पकड़ चुका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राज्य को राशि नहीं मिली, तो मजबूरन राज्य सरकार को अपनी योजना (अबुआ आवास) शुरू करनी पड़ी, ताकि गरीबों के सिर पर छत नसीब हो सके। यह योजना बताती है कि राज्य सरकार अपने संसाधनों के बलबूते भी जनता को राहत दे रही है, लेकिन यह भी एक हकीकत है कि केंद्रीय सहायता के बिना किसी भी राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं हो सकती।

नीति आयोग ने माना, देश के चार सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में झारखंड भी है

सीएम ने कहा कि नीति आयोग भी यह मान रहा है कि झारखंड देश के चार सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में से एक है। यह बयान विपक्षी दलों को नागवार गुजर रहा है, क्योंकि झारखंड की यह छवि उनके राजनीतिक एजेंडे में फिट नहीं बैठती। मुख्यमंत्री का यह दावा एक उम्मीद जगाता है कि अगर सही दिशा में योजनाओं का क्रियान्वयन हुआ, तो राज्य गरीबी और पिछड़ेपन के धब्बे से उबर सकता है। सीएम मंगलवार को गिरिडीह के झंडा मैदान में आयोजित झामुमो के 52वें स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में मंत्री सह गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार, राज्यसभा सांसद डॉ. सरफराज अहमद, गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन, पूर्व मंत्री बेबी देवी, जिला संयोजक प्रमुख संजय सिंह उपस्थित थे। 

हेमंत व कल्पना को कार्यकर्ताओ ने पहनाया चांदी का मुकुट

  इससे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी धर्मपत्नी विधायक कल्पना सोरेन ने स्थापना दिवस का केक काटा, फिर पार्टी कार्यकर्ताओं ने  दोनों को चांदी का मुकुट पहनाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बन रहा था। यह समारोह कल्पना सोरेन के राजनीतिक सफर की पहली वर्षगांठ भी थी। जिले के सुदूरवर्ती इलाकों से भी बड़ी संख्या कार्यकर्ता ढोल-नगाड़े के साथ शहर में पहुंचे थे। वहीं, दूसरी तरफ पूरे शहर को दुल्हन की तरह से सजाया गया था। मुख्यमंत्री स्वयं इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। इस कारण सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। गिरिडीह के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा के साथ एसपी डॉ. विमल कुमार मोर्चा संभाले हुए थे।

पिछले साल के समारोह को याद कर भावुक हो गई थीं कल्पना सोरेन

गिरिडीह में जेएमएम के 52वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कल्पना सोरेन भावुक हो गईं। पिछले साल (2024) इसी झंडा मैदान में आयोजित स्थापना दिवस समारोह को याद कर उनकी आंखों से आंसू निकल आए। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि 'यह वही मंच है, जिस पर एक साल पहले आपने मुझे रोते हुए देखा था, यह वहीं मंच था, जहां हमारे सभी बड़े-बुजुर्ग बैठे थे, लेकिन एक व्यक्ति नहीं था। वह था आपका बेटा हेमंत सोरेन। लेकिन, आज वह आप लोगों के साथ हैं। आप लोगों ने जिस तरह मेरा जोश बढ़ाया है, मुझे ताकत दी है। आपने आंसू को पोछने का काम किया है, उसके लिए मैं तहेदिल से आपको शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। मैं आपको आभार प्रकट करना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक बार की बात नहीं है, घर का गार्जियन अगर घर में न हो तो परिवार क्या करता है। परिवार एक साथ, एकजुट होकर अपने उस नहीं रहने वाले सदस्य की कमी को पूरा करता है। पिछले साल आज ही के दिन, आज की ही तारीख को मेरा बड़ा परिवार बनकर आपलोगों ने मुझे मजबूत किया था और यह एहसास नहीं होने दिया था कि हेमंत सोरेन यहां मौजूद नहीं हैं। उस समय हम लोगों ने नारा दिया था कि जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा। जेल का ताला भी टूट गया और हेमंत सोरेन भी छूट गया।'  कल्पना ने कहा कि'लाखों कार्यकर्ता जो अपने खून-पसीने से पार्टी को मजबूत बनाते आ रहे हैं, उन्होंने कल्पना सोरेन को कभी महसूस नहीं होने दिया कि वो इस परिवार की नई सदस्य हैं। इस परिवार की बहू को, झारखंड की बहू को आपने बेटी की तरह नवाजा है, जिसके लिए मैं तहेदिल से आप सभी को धन्यवाद देती हूं। कल्पना सोरेन ऋणी है गांडेय, गिरिडीह और झारखंड की जनता का, जिसने इतना प्यार, इतना सम्मान दिया।


If the central government does not pay Jharkhand's dues of Rs 1.36 lakh, we will stop mining: Hemant



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