GA4-314340326 हाथियों के लिए झारखंड और बंगाल को जोड़नेवाला चांडिल माथा कोरिडोर की मैपिंग शुरू

हाथियों के लिए झारखंड और बंगाल को जोड़नेवाला चांडिल माथा कोरिडोर की मैपिंग शुरू

वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ झारखंड की टीम।
Deoghar: हाथियों के संरक्षण संवर्धन को बढ़ावा देने और हाथी मानव संघर्ष को कम करने की दिशा में वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन सोसाइटी ऑफ झारखंड ने एक कदम बढ़कर रविवार को चांडिल माथा एलिफेंट कोरिडोर (Chandil Matha Elephant Corridor) में सर्वे का कार्य शुरू किया। टीम को सर्वे में मुख्य रूप से माथा कोरिडोर में हाथियों के आवागमन के कई साक्ष्य मिले हैं। चांडिल डेम से सटे तीला पहाड़ और काशीडीह गांव में हाथी के पैरों के निशान पाए गए। जिसका टीम ने जीपीएस लोकेशन लिया। तीला पहाड़ में ही हाथियों का आवागम होता रहता है। जिसके कई साक्ष्य देखे जा सकते हैं। 

सरायकेला व पुरुलिया वन प्रमंडल को जोड़ेगा नया कोरिडोर  

सोसाइटी के अभिषेक चौबे ने बताया कि वर्षों से हाथियों के संरक्षण संवर्धन को लेकर प्रयास जारी है। इसी क्रम तीला पहाड़ और मोदीडीह नगर के आसपास काशीडीह वनघर, सीमा, गुडा, राम नगर, दुमदुमी, होदागोड़ा के आसपास सर्वे किया गया है। उन्होंने कहा कि हाथियों के संरक्षण से एक तरफ जहां जंगली जीवों कि सुरक्षा होती है। वहीं, दूसरी ओर पर्यावरणीय क्षेत्रों का भी संरक्षण होता है। उन्होंने बताया कि वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के मार्गदर्शन और वन पर्यावरण विभाग झारखंड सरकार के सहयोग से यह कार्य किया जा रहा है। माथा कोरिडोर खास तौर पर झारखंड स्थित सरायकेला वन प्रमंडल और बंगाल स्थित पुरुलिया वन प्रमंडल को जोड़ता है। जिससे हाथियों की आवाजाही बंगाल से सीधे झारखंड की ओर  सालोंभर होती रहती है।

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Mapping of Chandil Matha corridor connecting Jharkhand and Bengal for elephants begins




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