* होली के दिन हुए घोड़थंबा में दो समुदाय के बीच हुई थी हिंसक झड़प
* राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की टीम ने घटनास्थल के आसपास के लोगों से की पूछताछ
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घोड़थंबा में होली के दिन हुई झड़प की जांच करते NHRC की टीम। |
Giridih : गिरिडीह जिले के घोड़थंबा बाजार में होली के दिन हुई दो समुदाय के बीच हिंसक झड़प की जांच करने शुक्रवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की टीम पहुंची। टीम के सदस्यों ने घटनास्थल के आसपास रहनेवालों से पूछताछ की। NHRC के सहायक रजिस्टार गौतम कुमार और इंस्पेक्टर यति प्रकाश के साथ खोरीमहुआ एसडीएम अनिमेष रंजन व एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद भी थे। लोगों से पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने घटना को लेकर कई अहम जानकारियां लीं। पूछताछ के दौरान टीम के सदस्य न सिर्फ मीडिया कर्मियों से दूरी बनाए रहे, बल्कि कुछ भी बताने से भी इंकार कर दिया। विदित हो कि होली के दिन घोड़थंबा बाजार स्थित मस्जिद के पास होली की टोली पर पथराव और आगजनी की घटना घटी थी। केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मंराडी, पूर्व मुख्यमंत्री रधुवर दास, पूर्व आईजी लक्ष्मण सिंह समेत कई नेता घोड़थंबा जाकर पीड़ितों से बात की थी और घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी। साथ ही, पीड़ितों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था। भाजपा नेताओं ने गिरिडीह पुलिस और हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे कि मस्जिद के ऊपर से पेट्रोल बम और पथराव करने वालों को बचाया जा रहा है, जबकि होली की टोली में शामिल निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। कई नेताओ ने सवाल उठाया कि आखिर पुलिस ने होली की टोली को मस्जिद के पास जाने से क्यों रोका? भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि दंगे की योजना पहले से बनाई गई थी और सरकार अपने वोट बैंक को बचाने के लिए असली आरोपियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
Giridih: NHRC team arrives to investigate the violent clashes that took place on Holi
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