GA4-314340326 रांची पुलिस का खुलासा : देवव्रतनाथ शाहदेव ने कराई थी भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या

रांची पुलिस का खुलासा : देवव्रतनाथ शाहदेव ने कराई थी भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या

* 10 एकड़ जमीन कब्जाने में रोड़ा बन रहे थे अनिल टाइगर                                            
* रांची पुलिस ने हत्या के पांच को गिरफ्तार कर भेजा जेल
* शाहदेव 2023 से ही जमीन पर कब्जा करके उसे बेचना चाहता था
* जमीन पर बाउंड्रीवॉल करने से अनिल टाइगर ने रोक दिया था
* नवभास्कर ने पहले दिन ही पाठकों को बता दिया था कि जमीन विवाद है हत्या का कारण 

मीडिया को जानकारी देते एसएसपी चंदन सिन्हा और इनसेट में अनिल टाइगर का फाइल फोटो।

Kanke (Ranchi) : कांके थाना क्षेत्र के खटंगा निवासी भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सह महावीर मंडल कांके के अध्यक्ष इंद्रजीत कुमार अनिल उर्फ अनिल महतो टाइगर की हत्या का खुलासा रांची पुलिस ने कर लिया है। गुरुवार को डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस में इस केस के उद्भेदन की विस्तृत जानकारी दी। बताया कि कांके के चामगुरू गांव की विवादित 10 एकड़ जमीन पर कब्जा करने और बेचने में रोड़ा बने अनिल टाइगर की देवव्रतनाथ शाहदेव ने सुपारी देकर हत्या कराई थी। बड़ालाल स्ट्रीट किशोरगंज निवासी देवव्रतनाथ शाहदेव (पिता दामोदरनाथ शाहदेव)  2023 से ही उक्त जमीन पर कब्जा कर उसे बेचने का प्रयास कर रहा था। उसने अपने केयरटेकर दिलीप मुंडा के सहयोग से चारदीवारी बनवाने का प्रयास किया, किंतु अनिल टाइगर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने काम रोक दिया था। इस मामले में 26 अगस्त को दिलीप मुंडा ने अनिल टाइगर सहित आठ अन्य के विरुद्ध कांके थाने में नामजद और 40- 50 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी (कांड संख्या 215/2023) दर्ज कराई थी। बाद में भी देवव्रतनाथ शाहदेव कब्जे का प्रयास करता रहा, लेकिन बार -बार अनिल टाइगर के कारण वह कब्जा करने में विफल हो जा रहा था। 

हरमू के बिनोद पासवान ने शाहदेव व अनिल के बीच समझौता कराने की कोशिश की

बाद में हरमू निवासी बिनोद पासवान की उपस्थिति में अनिल टाइगर और देवव्रतनाथ शाहदेव के बीच बातचीत हुई। इसमें कथित तौर पर अनिल टाइगर ने 50 हजार प्रति डिसमिल की दर से पैसे की मांग की थी। इस पर देवव्रतनाथ ने उनपर पिस्टल तान दी थी। समझौता नहीं हो सका। देवव्रत ने बाद में सांसद मद से जमीन तक पहुंच पथ बनाने के लिए शिलान्यास का कार्यक्रम रखवाया था, किंतु अनिल टाइगर के विरोध के कारण वह भी नहीं हो सका। इसके बाद देवव्रतनाथ शाहदेव ने अनिल की हत्या का षडयंत्र रचा। इसमें उसने कोतवाली थाने के शिवगंज निवासी अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा (पिता लक्ष्मण प्रसाद सिन्हा) नाम के आपराधी को हत्या की सुपारी दी। 

किशोरगंज के अभिषेक सिन्हा ने दो शूटरों को सौंपा हत्या करने का जिम्मा

अभिषेक सिन्हा ने दो शूटरों रोहित वर्मा पिता स्वर्गीय विजय वर्मा निवासी राधागोविंद स्ट्रीट तथा अमन सिंह पिता प्रीतम सिंह निवासी गली नंबर तीन पुंदाग जगन्नाथपुर को दो लाख, पिस्टल, 10 गोली तथा अपाची एवं होंडा साइन गाड़ी देकर हत्या करने को कहा। 12 मार्च को कोलकाता के एक होटल में अभिषेक, अमन, रोहित के साथ जीशान अख्तर उर्फ जीशु पिता मोहम्मद यूसुफ निवासी पुरानी रांची, मनीष चौरसिया पिता अमर चौरसिया निवासी किशोरगंज तथा अजय रजक उर्फ गोलू पिता बैजू रजक निवासी सेकंड स्ट्रीट, हिंदपीढ़ी के बीच बैठक हुई। वहीं, देवव्रत ने उनसे ऑनलाइन जुड़कर उन्हें पूरी योजना समझाई। 18 मार्च को वापस आकर अमन और रोहित कांटाटोली के होटल अतर और पिकनिक में रुके। 

अजय रजक ने 26 अप्रैल को कोकर स्थित आवास से ही अनिल टाइगर की रेकी की

अजय ने 26 मार्च को अनिल टाइगर के कोकर आवास से उनकी रेकी कर उनकी सूचना दी। अमन सिंह और रोहित वर्मा कांके अपाची से पहुंचे। अमन सिंह ने 7.6 बोर के पिस्टल से सिर में सटाकर गोली मार दी। इससे अनिल टाइगर की मौत हो गई। इसके बाद भागते समय स्थानीय लोगों के सहयोग से पुलिस ने रोहित वर्मा की पकड़ लिया। भागने के क्रम में उसने पुलिस पर फायरिंग की थी। जवाबी फायरिंग में उसको गोली भी लगी। वहीं अमन सिंह भाग निकला था। डीएसपी हेडक्वार्टर एक अमर कुमार पांडेय, इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार साहू, इंस्पेक्टर सुशील कुमार, इंस्पेक्टर प्रकाश रजक, सब इंस्पेक्टर बम शंकर, कफील अहमद, रौशन कुमार सिंह, प्रवीण रजक, टिंकू रजक, राजकुमार तिग्गा , अभय कुमार सहित अन्य अधिकारियों की एसआईटी की टीम ने लगातार कार्य कर मामले का उद्भेदन किया। 

देवव्रतनाथ शाहदेव और अभिषेक सिन्हा अभी भी फरार

मुख्य साजिशकर्ता देवव्रत नाथ शाहदेव और अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा फरार हैं। लेकिन पुलिस ने अमन सिंह, रोहित वर्मा, अजय रजक उर्फ गोलू, जीशान अख्तर उर्फ जीशु तथा मनीष चौरसिया को गुरुवार को जेल भेज दिया। मनीष चौरसिया ने ट्रांसफर से प्राप्त पैसा शूटरों तक पहुंचाया था तथा अपाची गाड़ी को छिपा कर रखा था। वहीं जीशान अख्तर ने हत्या में प्रयुक्त पिस्टल को छिपाकर रखा था।

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सुनिए एसएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस में क्या कहा...




Ranchi police's disclosure: Devvratnath Shahdev had BJP leader Anil Tiger killed

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